Monday, March 25, 2013


अहीं तं कहने  छलौं हमर  अहाँक सम्बन्ध 
' जन्म जन्म क अछि    
प्राण प्राणक अछि '
हमर सांसक  जान बनि  गेल 
अधरक  स्वर तान बनि गेल
जीवनक  मुस्कान बनि गेल !
विश्वासक दर्पण में 
निशि चम्पई अवैत छलीह 
सांझे साँझ मोनक तट पर 
बौरायल मीरा गवैत छलीह !
हमरा अहाँ के बान्हि गेल बचनक
पुरवैया
बरैस गेल  करिया मेघक फूल! 
उन्मुक्त  भेल प्राण सात सुर पर 
नेने  बिन गाओल  गीतक सनेस 
मुदा,  
अहांक वो बचन ? 
तप्त बालुका राशि पर खसल जेना 
आहत भ एक बुन्न .............
सुधिक देहरि पर जरैत आरती केर दीप 
चानन  सन पीर   बेकल   हमर गीत 
उषाक आँचर सँ 
कतेको पारिजात झरैत रहल 
रजनीक  श्यामलता में कतेको 
सिंगारहार   खिलैत रहल...
मुदा, अहाँक वचन 
विछिन्न  प्रसून सँ पराग  जेना झरि गेल 
ज्योतिक रात्रिक नाम लिखल  पाती पर 
अन्हार  जेना खसि गेल.......

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