Monday, May 27, 2013

तुम मेरी जिस मुस्कान पर मरते हो दरअसल मेरी नही है--- हाँ कभी मेरी हुआ करती थी ---किन्तु आज की तारीख में ये उधार की ली है ..किसी और से नही बस तुम सब के प्यार की खुशबू मेरी मुस्कान बन गयी .. जानती हूँ खुशबू ख़त्म न होगी ---ये मुस्कान मेरे साथ जाएगी ....तुम कभी वापिस न लेना इसे…