Sunday, September 2, 2012

brahm se brahm...


ये दिल की बात  है !
दूरियां नहीं 
नजदीकियां नहीं 
बस 
दिल से दिल तक पहुँचने की आवाज़ है 
ना उम्र की सीमा है
ना रिश्तों की दीवार है 
न मिलने की 
ना मिलने की कोई बात है 
ये तो बस दिल से दिल की बात है 
यहाँ दिल मिलते हैं 
आदमी नहीं 
शब्द मिलते हैं ,तन्हाईयाँ नहीं 
शब्द ब्रह्म है तो ये 
ब्रह्म से ब्रह्म तक पहुचने का अद्भुद अंदाज़ है,,,

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